Song : Mere hathile shyam.. a rare spiritual song /bhajan
Movie: non-Film
Singer : Pankaj Mullick
Music Director : Pankaj Mullick
Lyricist : B.C.Mathur,
Movie: non-Film
Singer : Pankaj Mullick
Music Director : Pankaj Mullick
Lyricist : B.C.Mathur,
आज आपको एक बहुत ही अनूठा भजन सुनवा रही हूँ पंकज मालिक की आवाज़ में ! आज के जलेबी बाई, चमेली बाई , मुन्नी बाई और बिल्लो रानी के युग में इस भजन के कद्रदान कितने मिलेंगे नहीं जानती लेकिन मैं इसे जितना सुनती हूँ प्यास उतनी ही और बढ़ती जाती है ! इस भजन में भक्त की अनन्य भक्ति की बानगी ज़रा देखिये ! यहाँ विनय में आराध्य के आगे सर्वहारा होकर दीन भीव से चरणों में बिछ जाने वाला भक्ति भाव नहीं है ! एक हठ है ! एक चुनौती है ! यहाँ भक्त लाचार नहीं है बल्कि उसने आपने आराध्य को इतना विवश किया है कि उसके पास अपने भक्त की सहायता के लिए आने के अलावा अन्य कोई विकल्प ही नहीं बचा है ! यहाँ भगवान और भक्त दोनों ही सामान धरातल पर खड़े हैं ! भक्त की हठधर्मिता देखिये अंतिम पंक्ति में उसे स्वयं को भगवान से भी बड़ा सिद्ध करने से भी कोई आपत्ति नहीं है !
इस भजन की यही बानगी मन मोह लेती है ! जितने खूबसूरत शब्द हैं, उतनी ही मन को शान्ति देने वाली धुन है और उससे भी अधिक चेतना को झकझोरने वाली पंकज मालिक की बुलंद आवाज़ है ! लीजिए आप भी इसका आनंद उठाइये और प्लीज़ मुझे बताना मत भूलियेगा कि आपको यह भजन कितना अच्छा लगा !
purani yaaden kaanon mein aur band aankhon me
ReplyDelete..... शानदार प्रस्तुति
ReplyDeleteवाह कितने सुन्दर भाव है गज़ब यही होना चाहिये उससे रिश्ता हठ का रिश्ता तो कोई कोई भक्त ही निभा सकता हैं
ReplyDelete.
ReplyDeleteआज के जलेबी बाई, चमेली बाई , मुन्नी बाई और बिल्लो रानी के युग में इस भजन के कद्रदान कितने मिलेंगे नहीं जानती
अजी , हम हैं न !
इस गीत सहित मेरे स्वर्गीय बाबूजी के बचपन के कितने ही गीतों का मैं दीवाना हूं …
पुराने गीतों ( और ग़ज़लों भजनों ) का लगभग 1500 ऑडियो कैसेट्स का मेरा निजी संग्रह है , जिसमें पंकज मलिक , के सी डे , डी वी पलूस्कर , कुंदन लाल सहगल , सी एच आत्मा , जगमोहन , जी एम दुर्रानी , सुरेन्द्र , करण दीवान , श्याम , अशोक कुमार , और कानन देवी , अमीर बाई कर्नाटकी , ख़ुर्शीद , ज़ोहरा सहगल , उमा देवी , सुरैया , नूरजहां , जाने कितने प्यारे गायक-गायिकाओं की आवाज़ का मैं भक्त हूं …
ऐसी महान विभूतियों की गाई नायाब रचनाएं सुनने का एक और अवसर देने के लिए हृदय से आपका आभारी हूं…
शुभकामनाओं सहित …
गीत के साथ आपके द्वारा दिये अपने भाव गीत को और मोहक बना देते हैं .... बहुत सुंदर
ReplyDeleteye git pahli bar suna hai par bar-bar sunne ki ichh horahi hai dhanyvad
ReplyDeleteबढिया प्रस्तुति। आभार।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर |
ReplyDeleteEvergreen song I heard it n noted.I too sing enjoy it like lighting song.
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