देश के 64वें गणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ! -- आपकी पोस्ट के लिंक की चर्चा कल रविवार (27-01-2013) के चर्चा मंच-1137 (सोन चिरैया अब कहाँ है…?) पर भी होगी! सूचनार्थ... सादर!
यह जाने-माने कवि 'श्याम लाल पार्षद' द्वारा रचा गया एक ऐसा गीत है जिसने स्वाधीनता की लड़ाई में मशाल का काम किया। मातृभूमि के लिए बलीदान देने निकले वीर इस गीत को गाते हुवे निर्भीकता से गाते और अंग्रेज सेना से लोहा लेते.....
यह जाने-माने कवि श्याम लाल पार्षद द्वारा रचा गया एक ऐसा गीत है जिसने स्वाधीनता की लड़ाई में मशाल का काम किया। मातृभूमि के लिए बलीदान देने निकले वीर इस गीत को गाते हुवे निर्भीकता से गाते और अंग्रेज सेना से लोहा लेते.....
ऐसा लग रहा है कि स्कूल में झंडे की छाँव में खड़े हैं और बच्चे यह गीत बड़े उत्साह से गा रहे हैं |जय गणतंत्र |इस शुभ अवसर पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
ReplyDeleteआशा
देश के 64वें गणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
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आपकी पोस्ट के लिंक की चर्चा कल रविवार (27-01-2013) के चर्चा मंच-1137 (सोन चिरैया अब कहाँ है…?) पर भी होगी!
सूचनार्थ... सादर!
यह जाने-माने कवि 'श्याम लाल पार्षद' द्वारा रचा गया एक ऐसा गीत है
ReplyDeleteजिसने स्वाधीनता की लड़ाई में मशाल का काम किया। मातृभूमि के
लिए बलीदान देने निकले वीर इस गीत को गाते हुवे निर्भीकता से गाते
और अंग्रेज सेना से लोहा लेते.....
यह जाने-माने कवि श्याम लाल पार्षद द्वारा रचा गया एक ऐसा गीत है
ReplyDeleteजिसने स्वाधीनता की लड़ाई में मशाल का काम किया। मातृभूमि के
लिए बलीदान देने निकले वीर इस गीत को गाते हुवे निर्भीकता से गाते
और अंग्रेज सेना से लोहा लेते.....
झंडा झंडा ऊंचा रहे हमारा .....
ReplyDeleteकदम कदम बढाए जा ,ख़ुशी के गीत गायेजा ....
लयात्मक भाव प्रधान सुन्दर प्रस्तुति .आभार .