Hairat se tak raha hai yeh jahan-e-wafa mujhe sung by master madan
आज आपको एक बहुत पुरानी और बेमिसाल आवाज़ सुनवा रही हूँ ! यह है मास्टर मदन की आवाज़ जिनका निधन मात्र १४ वर्ष की आयु में हो गया था लेकिन उन्होंने इस अल्पायु में भी जो काम किया वह अमर हो गया ! मास्टर मदन से सुनिये यह कालजयी ठुमरी, 'हैरत से तक रहा है जहाने वफ़ा मुझे' !