Saturday, March 30, 2013

'हैरत से तक रहा है जहाने वफ़ा मुझे'



 Hairat se tak raha hai yeh jahan-e-wafa mujhe sung by master madan

आज आपको एक बहुत पुरानी और बेमिसाल आवाज़ सुनवा रही हूँ ! यह है मास्टर मदन की आवाज़ जिनका निधन मात्र १४ वर्ष की आयु में हो गया था लेकिन उन्होंने इस अल्पायु में भी जो काम किया वह अमर हो गया ! मास्टर मदन से सुनिये यह कालजयी ठुमरी, 'हैरत से तक रहा है जहाने वफ़ा मुझे' !

साधना  वैद




3 comments:

  1. गाना बहुत भावपूर्ण और गायकी बहुत सुन्दर |

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  2. इस गाने को बचपन में बहुत सुना है .....
    आभार आज आपने बचपन याद दिला दिया ....

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  3. वाह क्या गाया है | बहुत सुन्दर |

    कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
    Tamasha-E-Zindagi
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