Yaad piya ki aaye....Thumri in Raag Bhinna Shadaj by Ustad Rashid Khan. This thumri was composed by Ustad Bade Ghulam Ali Khan in the memory of his late wife.
'याद' शीर्षक पर आधारित आज यह ठुमरी सुनिये राशिद खान साहेब से ! जितनी खूबसूरत बंदिश है उतने ही खूबसूरत बोल हैं और सबसे खूबसूरत इसकी अदायगी है ! मुझे बहुत पसंद है उम्मीद है आपको भी ज़रूर पसंद आयेगी !
साधना वैद
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः
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