Sunday, October 28, 2012

(Jaal) Yeh raat yeh chandni phir kahan.

 
 
Jaal) Yeh raat yeh chandni phir kahan.

आज शरद पूर्णिमा है ! जाल के इस मधुर गीत का आनंद लीजिए !

साधना वैद

1 comment:

  1. बहुत बढ़िया गीत सुनवाया है |
    आशा

    ReplyDelete